Ramagya Prashna
This book is a compilation of Goswamiji's poems related to astrology and omens, accompanied by descriptions of Ram's character from various chapters.
यह पुस्तक विभिन्न सर्गों में रामचरित्र के वर्णन के साथ शकुन एवं ज्योतिष संबंधी गोस्वामीजी की कविताओं का संग्रह है।
Click to ViewManas Rahasya
This book is a remarkable collection of 35 articles from various editions of the previously published Shri Ramacharitamanasa by Vaikunthvasi Shri Jayaramdas Ji (Deen). It beautifully explores different aspects of the Ramayana, including the mystery of Lord Rama's incarnation, the glory of Kali Yuga, the essence of Sita, and the stories of Shri Bharatyash-Chandra.
यह पुस्तक वैकुण्ठवासी श्री जयरामदास जी (दीन) के कल्याण के विभिन्न अंकों में पूर्व प्रकाशित श्रीरामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों का 35 लेखों का अनुपम संकलन है। इसमें रामावतार का रहस्य, कलियुग का पुण्यप्रताप, सीतातत्व, श्रीभरतयश-चन्द्र आदि प्रसंगों का अत्यन्त सुंदर विवेचन किया गया है।
Click to ViewJanaki Mangal
This book poetically narrates the enchanting story of Lord Shri Ram and Mata Sita's divine marriage, composed by Goswami Tulsidas Ji.
यह पुस्तक भगवान श्रीराम और माता सीता की दिव्य विवाह-लीला का सुरमय काव्यात्मक वर्णन है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने रचा है।
Click to ViewSoor Ram Charitavali
This book comprises the verses of Shri Surdas Ji, illustrating the glorious deeds of Lord Ram. These verses vividly describe the divine and melodious exploits of Lord Rama, highlighting his admirable virtues. The book also includes additional stories in the form of appendix verses.
इस पुस्तक में श्री सूरदास जी के रामचरित संबंधित पदों का संग्रह है। इन पदों में भगवान श्रीराम के अनुकरणीय आदर्श लीलाओं का बहुत ही मौलिक और रसमय वर्णन किया गया है। पुस्तक के अन्त में परिशिष्ट रूप में पदों में आये हुए कथा-प्रसंगों का भी वर्णन दिया गया है।
Click to ViewRamayan Ke Kuch Adarsh Patra
This book beautifully portrays the exemplary and virtuous lives of Lord Shri Ram, Shri Lakshman, Shri Bharat, Shri Shatrughna, Ram Bhakt Hanuman, and the divine Mata Sita.
इस पुस्तक में भगवान श्री राम, श्री लक्ष्मण, श्री भरत, श्री शत्रुघ्न, भक्त हनुमान तथा भगवती श्री सीताजी के अनुकरणीय पावन चरित्र का सुंदर चित्रण किया गया है।
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